Contact us

नाम

ईमेल *

संदेश *

गुरुवार, 2 अप्रैल 2020

सॉफ्टवेयर क्या है ,सॉफ्टवेयर के प्रकार (types of software)


Software क्या है ?


कंप्यूटर बिना सॉफ्टवेयर के कुछ भी नहीं कर सकता |किसी भी कार्य को करवाने के लिए उसे निर्देश देना पड़ता है अतः आता है कंप्यूटर किसी भी कार्य को करने के लिए क्रम बंद निर्देशों का बताया जाना आवश्यक है इस तरह के क्रमबद्ध निर्देशों का समूह जो कंप्यूटर द्वारा समझ में आने वाली भाषा में लिखे गए हो उसे प्रोग्राम कहते हैं|यह वह प्रोग्राम है जो द्वारा की जाने वाली प्रोसेसिंग को नियंत्रित करता है और कंप्यूटर निश्चित रूप से वही करता है जो प्रोग्राम में कहा गया हो |सॉफ्टवेयर शब्द का अर्थ कंप्यूटर प्रोग्राम , procedure और उससे संबंधित डॉक्यूमेंट आदि  का समूह जो प्रोग्राम का विवरण करें और उसे कैसे काम में लिया जाता है बताता है |अतः कंप्यूटर  सॉफ्टवेयर का अर्थ प्रोग्राम का समूह जिससे मुख्य  कार्य  हार्डवेयर  मशीन की क्षमताओं को बढ़ाना होता है |सॉफ्टवेयर को हम छू नहीं सकते कम्प्यूटर स्क्रीन पर देख सकते है।



सॉफ्टवेर के प्रकार (type of software)-




  1. सिस्टम सॉफ्टवेयर      (system software)
  2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर  (application software)
  3. यूटिलिटी सॉफ्टवेयर .   (utility software)

सिस्टम सॉफ्टवेर ( system software)


यह वह सॉफ्टवेयर software है जो कंप्यूटर की क्षमताओं को बढ़ाता है, और कार्य करने को आसान बनाता है और कंप्यूटर को जो आदेश देता है वही करता है। कंप्यूटर और उपयोगकर्ता के बीच एक सरल इंटरफ़ेस प्रदानहै। सिस्टम सॉफ्टवेयर कंप्यूटर का महत्वपूर्ण अंग है सिस्टम सॉफ्टवेयर के बिना कंप्यूटर नहीं चल सकता। ऑपरेटिंग सिस्टम के द्वारा उपलब्ध सुविधाएं सिस्टम सॉफ्टवेयर का ही भाग है।

सिस्टम सॉफ्टवेयर- windows ,xp ,Linux etc

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर(application sofrware)


यह वह सॉफ्टवेयर है जो सीधा प्लीकेशन केंद्रित है एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर पैकेजेस यूजर की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बनाए गए हैं आज की श्रेणी में सभी सॉफ्टवेयर इसी श्रेणी में आते है। सिस्टम सॉफ्टवेयर की बिना एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर रन नहीं कर सकता। जैसे किसी ट्रेन को चलने के लिए पटरी की जरूरत पड़ती है ठीक उसी प्रकार एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को चलने के लिए सिस्टम सॉफ्टवेयर की जरूरत पड़ती है सिस्टम सॉफ्टवेयर के बिना एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर नही चल सकता ।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर - व्हाट्सएप फेसबुक यूट्यूब ट्यूटर स्टाग्राम आदि है।


यूटिलिटी सॉफ्टवेयर (utility software
)-


यूटिलिटी सॉफ्टवेयर को सर्विस प्रोग्राम के नाम से जाना जाता है यह सॉफ्टवेयर सिस्टम सॉफ्टवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को मैनेज करने के लिए डिजाइन किया गया और हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर के बीच संबंध स्थापित करता है। यूटिलिटी सॉफ्टवेयर कंप्यूटर की रिपेयरिंग उपयोग किया जाता है। यूटिलिटी सॉफ्टवेयर ऐसा सॉफ्टवेयर है जो कंप्यूटर को कोई बार-बार शब्द लिखने में यूटिलिटी सॉफ्टवेयर में स्टोर होता है जो हमें आवश्यकता पड़ने पर वही शब्द पुनः है आ जाता है।

personal computer hya hai

सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट क्या है, इसका परिचय



सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट क्या है, इसका परिचय

सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का परिचय (CPU)-

(Introduction of center processing unit)


सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को शॉर्ट में सीपीयू कहा जाता है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट कंप्यूटर का बहुत ही मुख्य अंग हैं। इसे हम ऐसे समझ सकते हैं जैसे मनुष्य को कोई भी काम करने के लिए उसका दिमाग उसे निर्देश देता है दिमाग के निर्देश से ही वह सारे कार्यकर्ता है इसी तरह CPU को कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है CPU  ही पूरे कंप्यूटर को कंट्रोल करता है और उसे निर्देश देता है बिना सीपीयू के कंप्यूटर कोई काम नहीं कर सकता यह आपके द्वारा इनपुट किए गए डेटा को प्रोसेस करके सूचना में परिवर्तित करता है सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट जिसे हम सीपीयू कहते हैं एक कंप्यूटर का मुख मस्तिष्क है यानी दिमाग कहा जाता है।







Pavan Gupta


सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट क्या है- CPU

सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU)कंप्यूटर कंपोनेंट्स है। जो कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर से प्राप्त कमांड को इंटर इंटरप्रेट तथा एग्जीक्यूट करने हेतु  उत्तरदायी होता है।

सीपीयू कंप्यूटर का मस्तिष्क होता है। इसका मुख्य कार्य प्रोग्राम को एग्जीक्यूट करना है इसके अलावा सीपी कंप्यूटर के सभी भागों जैसे मेमोरी इनपुट और आउटपुट डिवाइस के कार्यों को भी नियंत्रित करता है इसके नियंत्रण में प्रोग्राम और डाटा मेमोरी में संग्रहित होती है इसी के नियंत्रण में आउटपुट स्क्रीन पर दिखाई देता है या प्रिंटर के द्वारा कागज पर छप जाता है छपता है सभी तरह के रिवाजों जैसे डेस्कटॉप लैपटॉप टेबलेट कंप्यूटर स्मार्टफोन यहां तक की भी सभी फ्लाइट स्क्रीन डिवाइसेज में भी सीपीयू होता है सेंट्रल प्रोसेसिंग भाग होते हैं।

marquaeebg color=""> My YouTube channel name hindi Gyan span style="background-color: yellow;"> सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के  निम्न भाग हैं।

अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट(Arthik ethical logic unit)
मेन मेमोरी यूनिट(Main memory unit)
कन्ट्रोल यूनिट(Control unit)

अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट-

अर्थमैटिकल लॉजिक की यूनिट सीपीयू का एक भाग होता है अर्थमैटिक लॉजिक यूनिट को संक्षेप में ALU कहते हैं यही यूनिक डाटा पर अर्थमैटिक ऑपरेशंस जैसे जोड़ घटाव गुणा और भाग और लॉजिकल ऑपरेशन करती हैं इसमें ऐसा इलेक्ट्रॉनिक सर्किट होता है जो बाइनरी गणित की घटनाएं करने में सक्षम होता है।

कन्ट्रोल यूनिट -

कंट्रोल यूनिट यह कंप्यूटर की आंतरिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है।यह इनपुट आउटपुट क्रियाओं को नियंत्रित करता है और साथ में मेमोरी और ALU के मध्य डेटा  को आदान-प्रदान के साथ निर्देशित करता है।

 प्रोसेसर स्पीड (processor speed)-


प्रोसेसर स्पीड या प्रोसेस गति से तात्पर्य प्रोसेसर द्वारा सूचनाओं को एग्जीक्यूट करने की गति से होता है।प्रोसेसर की गति  मेगाहर्ट्ज से मापी जाती है।
किसी प्रोसेसर की गति प्रोसेसर के द्वारा प्रयोग की जा रही डाटा बस पर निर्भर करती है। डाटा बस प्रोसेसर में डाटा के आवागमन के लिए प्रयोग की जाती है। यह डाटा 8 बिट्स, 16 बिट, 32bit , 64bit , 128 बिट्स  की होती है ।एक समय में 128 डाटा ट्रांसफर करने से है । डाटा बस का साइज जितना अधिक होगा प्रोसेसर की गति उतनी अधिक होगी।

लोकप्रिय माइक्रो प्रोसेसर-


आज हम माइक्रो प्रोसेसर के बारे में बताऊंगा । इंटेल सबसे पहली प्रोसेस निर्माता कंपनी है तथा आज सर्वाधिक लोकप्रिय  कम्पनी ही  हैं लेकिन बाजार में केवल इंटेल नहीं बल्कि कुछ और भी ऐसे जिसके प्रोसेसर उपयोग हो रहे हैं आज बाजार में तीन प्रकार प्रोसेसेसर देखने को मिलते हैं । पहला इंटेल ,AMD तथा मोटोरोला के है।

  1. इंटेल प्रोसेससेर - 


इंटेल कॉरपोरेशन ने दुनिया में माइक्रोप्रोसेसर बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी है इंटेल ने ही सबसे बड़ा माइक्रोप्रोसेसर बनाया था इसके द्वारा बनाए जा रहे प्रोसेसर इंटेल प्रोसेसर कहे जाते हैं इंटेल प्रोसेसर का प्रयोग अधिकतर माइक्रो पर्सनल कंप्यूटर में होता है। सेलेराल, पेंटियम, इटैनियम इसकी प्रशिद्ध फेमली है


2 .ए . एम. डी प्रोसेसर -


AMD का पूर्ण रूप एडवांस माइक्रो डिवाइसेज है ।आज इंटेल के बाद सबसे अधिक उपयोग होने वाला प्रोसेसर AMD  प्रोसेसर ही ।

3. मोटरोला प्रोसेसर-


मोटोरोला प्रोसेसर मोटोरोला द्वारा बनाई जाने वाली प्रोसेसर हैं ।इन्हें फ्रेक्सेल प्रोसेसर के नाम से जाना जाता है।प्रातः सभी एप्पल कंप्यूटर में इसी प्रोसेसर का उपयोग होता है।














रविवार, 23 फ़रवरी 2020

पर्सनल कंप्यूटर क्या है,इनका परिचय

  • पर्सनल कॉम्प्यूटर का परिचय-
PC पर्सनल कंप्यूटर ऐसे कंप्यूटर होते हैं जिन्हें व्यक्ति अपने जरूरत के हिसाब से बनाता है। इस कंप्यूटरों को लगभग 1970 में बनाया जा रहा था इसका आकार औरों की अपेक्षा से बहुत छोटा होता था पर्सनल कंप्यूटर का प्रयोग बहुत ही सीमित था इसका उपयोग घरेलू कार्य हिसाब किताब करने और मनोरंजन के लिए किया जाता रहा है पर्सनल कंप्यूटर में पहले माइक्रोप्रोसेसर का प्रयोग होता था बाद में इसे pc-xt (पर्सनल कंप्यूटर एक्सटेंडेड टेक्नोलॉजी)तकनीक का प्रयोग करके हार्ड  लगाई गई।
पर्सनल कंप्यूटर कोई भी कंप्यूटर हो सकता है जैसा अगर आपको अपने घर में ही रहकर काम करना है तो आप डेक्सटॉप कंप्यूटर का प्रयोग कर सकते हैं। अगर आप कहते हैं कि आप घर और बाहर दोनों जगह काम कर सके तो लैपटॉप और पाम टॉप कंप्यूटर का प्रयोग कर सकते हैं । पर्सनल कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर है जिसकी कीमत आकार तथा क्षमता है लोगों के लिए इसे उपयोगी बनाती है यह शब्द 1970 के अंतिम सदा 1980 की प्रारंभिक दशक में बाइट पत्रिका तथा एप्पल कंप्यूटर द्वारा प्रसिद्ध हुआ था तथा बाद में इसको आईबीएम द्वारा विकसित कंप्यूटर में कंप्यूटर को कहा जाता है।

  • पर्सनल कॉम्प्यूटर-
पर्सनल कंप्यूटर को एक समय में एक ही यूजर द्वारा सामान्यतः वर्ड प्रोसेसिंग, इंटरनेट ब्राउजिंग, इंटरनेट फेंसिंग  इलेक्ट्रॉनिक मेल कंप्यूटर के गेम्स खेलने का प्रोग्राम याद जैसे सामान्य कार्य होते परिचालित किया जाता है या कोई माइक्रोकंप्यूटर निजी कार्यों की प्रयोग छोटे-मोटे कार्यों और वर्ड प्रोसेसिंग एकाउंटिंग तथा सामान अनुप्रयोगों तथा कोई सिस्टम सॉफ्टवेयर जैसे लाइनेक्स इत्यादि एग्जीक्यूट कर रहा है पर्सनल कंप्यूटर कहा जा सकता है।

  • पर्सनल कॉम्प्यूटर के अनुप्रयोग-
पर्सनल कंप्यूटर के लिए अधिकतर सॉफ्टवेयर इसके प्रयोग की सहायता तथा user-friendly होने को ध्यान में रखकर ही लिखा जाते हैं किंतु सॉफ्टवेयर उद्योग निरंतर पर्सनल कंप्यूटर के नए उत्पादों की व्यापक सिंह कला प्रदान करता है जो विशेषज्ञों तथा प्रशिक्षण दोनों के लिए होते हैं संक्षेप में पर्सनल कंप्यूटर  के प्रयोग में निम्न बिंदुओं का समावेश होता है।

सिंगल ऑपरेटिंग सिस्टम चलाना।

वर्ड प्रोसेसर जैसे माइक्रोसॉफ्ट वर्ड पेज मेकर ओपन ऑफिस इत्यादि का प्रयोग कर कोई पत्र टाइप करना।

स्प्रेडशीट जैसे माइक्रोसॉफ्ट एक्सल इत्यादि का प्रयोग करें अकाउंट व्यवस्थित करना,चार्ट बनाना चार्ट तथा शीट तैयार करना।

एमएस एक्सेस पावर पॉइंट का प्रयोग कर प्रेजेंटेशन बनाना।

डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम तथा रिलेशनल डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम का प्रयोग करना।

डेक्सटॉप पब्लिशिंग सॉफ्टवेयर जैसे कोरल ड्रा फोटोशॉप इतिहास का प्रयोग करना है।

आज पर्सनल कंप्यूटर का प्रयोग ऑफिस में ही नहीं बल्कि घरों, में गेम खेलने और शिक्षा में अधिकतर प्रयोग होता है।

  • पर्सनल कॉम्प्यूटर के भाग-

पर्सनल कंप्यूटर इनपुट डिवाइस,आउटपुट सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट तथा अतिरिक्त डिवाइसेज जैसे मॉडेम स्केनर प्रिंटर इत्यादि पर आधारित होता है।
पर्सनल कंप्यूटर के विभिन्न भागों को समझने के लिए हमें इसके आंतरिक भाग तथा बाहरी भाग दोनों को समझना होगा।पर्सनल कंप्यूटर का आंतरिक भाग से यहां दांत पर ऊपरी भाग हैं जो सीपीयू केबिनेट के अंदर होते हैं मदर बोल्ड रहे हैं हार्ड डिस्क वीडियो कार्ड पावर सप्लाई इत्यादि सीपीयू केबिनेट के अंदर होती है जो हमें दिखाई नहीं देते।
सीपीयू केबिनेट की पीछे के भाग महत्वपूर्ण कनेक्शन होते हैं जो आप किसी भी कैबिनेट के अंदर के भाग मोहन तेरी फैशन से जोड़ते हैं उन सभी कंपोनेंट को क्रमांक में दिया गया है कंप्यूटर इस प्रकार क्रम से दिए गए।

  1. यूनिवर्सल   सीरियल बस(USB)
  2. समांतर पोर्ट(Parallel port)
  3. इथरनेट कार्ड(EthernetCard)
  4. फ्लॉपी डिस्क ड्राइवFloppy Dick)
  5.  हार्ड  ड्राइव(Hard Drive)
  6.  रैम .(ram)
  7.  सीपीयू (CPU)
  8.  वीडियो कार्ड (Video card)
  9.  पावर सप्लाई (Power supply)
  10. मदर बोर्ड Mother Board)
  11. CD DVD drive

  • यूनिवर्सल सीरियल बस-
यूनिवर्सल सीरियल बस को संक्षेप में यूएसबी कहा जाता है। USB को एक ही मानकीकृत इंटरफ़ेस साकेट की सहायता से कंप्यूटर की पीढ़ी प्रेरकों को जोड़ने ही डिजाइन किया गया है इसकी सहायता से कंप्यूटर को बगैर पुनः बूट किए एक्सटर्नल डिवाइसेज को छुड़ाया हटाया जा सकता है।इस प्रकार  plug and play  क्षमताओं में वृद्धि होती है। यूनिवर्सल सीरियल बस का उद्देश्य क्रमिक तथा तेरे लाल कोटर से उपयोगकर्ताओं को मुक्त दिलाना है। यूएसबी को वस्तविक रूप से पर्सनल कंप्यूटर के लिए ही तैयार किया गया था लेकिन यह या नहीं उपकरणों जैसेे पर्सनल डिजिटल असिस्टेंट तथा वीडियो गेम कंसोल में भी उपयोग होो रहा।




                     USB


                           
           



  • मॉनिटर(Monitor)
मनीटर को तकनीकी रूप से विजुअल डिस्प्ले यूनिट कहा जाता है।इसे कंप्यूटर डिस्पले भी कहा जाता है मनीटर विद्युत यंत्र का एक भाग है जो कंप्यूटर जनित आकृतियों को गिनना इनका स्थाई रिकॉर्ड रखे हुए प्रदर्शित करता है यह समानता है या तो कैथोड रे ट्यूब होते हैं या टीएफटी एलसीडी डिस्पले की बात ब्रेड पैनल के रूप में होते हैं। कंप्यूटर के अंदर सर्किट यादव इनकी एक अभिन्न अंग के रूप में अथवा पर किए गए इंटरफ़ेस के रूप में होता है।





                           मॉनिटर





  • माउस (Mouse)-

माउस एक इनपुट डिवाइस है।यह अपने Supportint surface केसंक्षेप में दो ही धीमी गति की पहचान करते हुए  पॉइंट डिवाइस के रूप में कार्य करता है। भौतिक रूप से माउस एक डिब्बे की बात होता है जो यूजर के द्वारा के द्वारा किसी एक के साथ पकड़ कर चलाया जाता है तथा इसमें एक या एक से अधिक बटन होते हैं। इसके अतिरिक्त बटन या फीचर नियंत्रण  अथवा  धीमी इन फोटो को जोड़ सकते हैं माउस की गति समानता मॉनिटर पॉइंट की में गति परिवर्तित होती ।



  •   मदर बोर्ड- ( Motherboard)

मदरबोर्ड को मुख्य बोर्ड भी  कहा जाता है ।यह पर्सनल कंप्यूटर के अंदर प्राइमरी सर्किट बोर्ड होता है। कंप्यूटर के कई अन्य भाग भी मदर बोर्ड से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े होते हैं मदर बोर्ड में एक या एक से अधिक सीपीयू होते हैं। इसके अतिरिक्त कुछ सहायक सर्किट होते हैं जो वास्तविक रूप से इंटीग्रेटेड सर्किट होते है। जो वास्तविक रुप सेे इंटीग्रेटेड सर्किट होते है। जिनका काम सीपीओ मेमोरी तथा इनपुट / आउटपुट पेरिफेरल सर्किट के मध्य इंटरफ़ेस प्रदान करना होता है इन के मुख्यय मेमोरी के साथ ही पावर ऑन होनेेे के बाद कंप्यूटर के प्रारंभिक सेटअप के लिए सर्विसेज भी होती है।
मदर बोर्ड में एक्सपेंशन परपज उद्देश्य के लिए एक या एक से अधिक पेरीफेरल पास या फिजिकल कनेक्टर्स होते हैं।




                         मदरबोर्ड



  • हार्ड डिस्क(Hard Disk)-

हार्ड डिस्क ड्राइव को साधारण: हार्ड ड्राइव या हार्ड डिस्क कहते है। यह एक अस्थाई स्टोरेज डिवाइस होती है जो डिजिटल रूप से अंकित डाटा को चुम्बकीय सतहों वाले घूमते हुए प्लेटर्स पर तेजी के साथ स्टोर करती है।
हार्ड डिस्क ड्राइव को कंप्यूटर में प्रयोग के लिए विकसित किया गया था परंतु आज हार्ड डिस्क ड्राइव  कंप्यूटर से आगे बढ़ाकर डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर डिजिटल ऑडियो प्लेयर्स पर्सनल डिजिटल असिस्टेंट डिजिटल कैमरा इत्यादि में भी लगे होते हैं।





                   

                         हार्ड डिस्क







  • मुख्य मेमोरी(Main memory)-


पर्सनल कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी को प्राइमरी मेमोरी मेमोरी भी कहा जाता है। यह अत्यंत तेज स्टोरेज वाला डिवाइस होता है जो कि कंप्यूटर के द्वारा सीधे-सीधे प्राइमरी होता है तथा इसका प्रयोग तत्काल एग्जिट हो रही प्रोग्राम अथवा आवश्यक डेटा को स्टार्ट करने में होता है।पर्सनल कंप्यूटर में कई प्रकार के अर्धचालक रैंडम एक्सेस मेमोरी ऑप्टिकल धीरे माधवाश्रम का प्रयोग उनके प्राइमरी स्टोरेज के रूप में होता है । मुख्य मेमोरी में डाटा स्टोरेज मांस स्टोरेज डिवाइसेज जैसे हार्ड डिस्क ऑप्टिकल डिस्क स्टोरेज की अपेक्षा बहुत अधिक तीव्र से होता है परंतु आमतौर पर अस्थाई होता है अर्थात पावर की अनुपस्थित में कनेक्ट को बनाए नहीं रख पाता है।






                       हार्ड डिस्क





      Blog writer by pavan gputa

शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2020

कॉम्प्यूटर के प्रकार(Types of computer)

  • कॉम्प्यूटर के प्रकर(Types of computer)-
कॉम्प्यूटर विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोग होने वाला यंत्र है इसलिए ऐसी संभावना है कि क्षेत्र विशेष के हिसाब से
इसके कंप्यूटर भी अलग अलग हो कंप्यूटर को अपने व्यक्तिगत कार्यों में प्रयोग करते हैं वैज्ञानिक जिसे चिकित्सकीय जांच में प्रयोग होने वाले कंप्यूटर से अलग होते हैं। कुछ कंप्यूटर सामान्य उद्देश्य होते हैं तो कुछ कंप्यूटर विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए बनाया जाते कंप्यूटर को उनके काम करने के तरीके के आधार पर एनालॉग डिजिटल तथा हाइब्रिड में वर्गीकृत किया जाता है इसी प्रकार कंप्यूटर को उसके आकार के आधार पर माइक्रो वर्क स्टेशन मीनिंग मेन प्रेस तथा सुपर कंप्यूटर में वर्गीकृत किया जाता है।

गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

कॉम्प्यूटर का विकास तथा पीढ़ी ?


कंप्यूटर का इतिहास लगभग 3000 वर्ष पुराना है चीन में एक गणना यंत्र अबेकस का निर्माण हुआ अबेकस तारों का एक फ्रेम होता है,इन तारो में Beed पिरोए रहते है।इन फ्रेम के के दो भाग है,छोटे भाग को heaven (स्वर्ण)तथाबड़े भाग को earth(पृथ्वी)
कहा जाता है। abacus को व्यापारी लोग अंकों को जोड़ना घटाना गुणा तथा भाग जैसी क्रियाएं करने के लिए लाते थे। शताब्दियों बाद अनेक अनियंत्रित मशीनों अंकों की गणना के लिए विकसित की गई 17 वीं शताब्दी में फ्रांस के गणितज्ञ ब्लेज पास्कल ने एक यांत्रिक अंकीय गणना यंत्र सन 1645 में विकसित किया। इस मशीन को एडिंग मशीन कहते थे क्योंकि यह केवल जोड़ या - कर सकती थी यह मशीन आडोमिटर के सिद्धांत पर कार्य करती थी उसके कई दांत आयुक्त चकरिया थी जो घूमती रहती थी क्षत्रियों के दांतो पर जीरो से 9 तक के अंक छपे रहते थे प्रत्येक चकरी एक स्थानीय मान जैसे इकाई दहाई सैकड़ा आदि था। इनमें प्रत्येक जगदीश स्वयं से बिजली चेक करी की एक चक्कर लगाने पर एक अंक पर घूमती थी ब्लेज पास्कल कि इस एडिंग मशीन को पास्कलाइन कहते हैं जो सबसे पहला यांत्रिकी गणना यंत्र था आज भी कार्रवाई स्कूटर के स्पीडोमीटर में यही यंत्र कार्य करता है।
चार्ल्स बैबेज ने सन 1822 में एक मशीन का निर्माण किया। जिस काव्य ब्रिटिश सरकार ने वाहन किया उस मशीन का नाम डिफरेंस इंजन रखा गया इस मशीन में गियर और सॉफ्ट लगे थे और यह भाव से चलती थी।





                       एबेकस कॉम्प्यूटर


इंजन का विकसित रूप एक शक्तिशाली मशीन एनालिटिकल इंजन तैयार किया यह मशीन कई प्रकार के गणना कार्य करने में सक्षम (able)थी। इनमें निर्देशों को संग्रहित करने की क्षमता थी और इसके द्वारा आउटपुट प्रोड्यूस किए जाने के परिणाम भी छापे जाते थे।
 हरमन हिलेरीथ सन 18 90 में कंप्यूटर की इतिहास में अमेरिका की जनगणना का कार्य एक महत्वपूर्ण घटना थी। सन 1924 में उस कंपनी का नाम पुनः परिवर्तित हो कर होकर इंटरनेशनल बिजनेस मशीन(Internet business machine)IBM हो गया ,जो आज आज कंप्यूटर निर्माण में विश्व में अग्रणी कंपनी में सेे एक है। और कंप्यूटर विद्युत यांत्रिकी के युग में आ गए क्योंकि हिलेरी थी कि मशीन यांत्रिक दिया और विद्युत 
सेेे संचालित थी।  






  •  कंप्यूटर की पीढ़ियाँ (Generation of computer)

सन 1946 में प्रथम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस वॉल्यूम ट्यूब युक्त एनिएक कंप्यूटर की शुरुआत में कंप्यूटर के विकास को आधार प्रदान किया कंप्यूटर के विकास के इस क्रम में कई महत्वपूर्ण डिवाइसेज की सहायता से कंप्यूटर ने आज तक की यात्रा तय की इस विकल्प के क्रम को हम कंप्यूटर में हुए मुख्य परिवर्तन के आधार पर निम्नलिखित पाँच पीढ़ियों में बाटते हैं:-

प्रथम पीढ़ी  (First Generation)  1946-1956

द्वितीय पीढ़ी(SecondGeneration)1956-1964

तृतीय पीढ़ी  (Third Generation)1964-1971

चतुर्थ पीढ़ी  (Fourth General) 1971-1980

पंचम पीढ़ी  (Fifth General). 1980 अब तक




  • कॉम्प्यूटर की  प्रथम पीढ़ी -

सन 1946 में एकर्ट और मुचली के एनिएक नामक कंप्यूटर के निर्माण से कंप्यूटर की प्रथम पीढ़ी का प्रारंभ हो गया। इस पीढ़ी में कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग किया जाता था जिस का आविष्कार सन 1996 किया गया।

प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटर के निम्नलिखित लक्षण है-

  1. वैक्यूम ट्यूब का प्रयोग
  2.  पंच कार्ड पर आधारित
  3.  स्टोरेज के लिए मैग्नेटिक ड्रम का प्रयोग
  4. बहुत ही नाजुक और कम विश्वास नहीं है
  5. बहुत सारे एयर कंडीशन का प्रयोग




  • कंप्यूटरों की द्वितीय पीढ़ी

कंप्यूटरों की दूसरी पीढ़ी की शुरुआत कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर का उपयोग करने से हुई विलियम शक्लरे लेने ट्रांजिस्टर का आविष्कार 1947 में किया था। जिसका उपयोग दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में बैक यूट्यूब के स्थान पर किया जाने लगा ट्रांजिस्टर के उपयोग ने कंप्यूटर के वेक्यूम ट्यूब ओं की अपेक्षा अधिक गति से विश्वसनीयता प्रदान की।

द्वितीय पीढ़ी के कंप्यूटरों की निम्नलिखित लक्षण

  1. वैक्यूम टीवी के स्थान पर रजिस्टर का उपयोग
  2. अपेक्षाकृत छोटे एवं उर्जा की कम खपत
  3. अधिक तेज में विश्वास  होते हैं।
  4. प्रथम पीढ़ी के अपेक्षा कम खर्चीली होते हैं


  • कंप्यूटर के तृतीय पीढ़ी

कंप्यूटर की प्रथम पीढ़ी की शुरुआत 1964 में हुई इस पीढ़ी ने कंप्यूटर को आईसी प्रदान की आईसी अर्थात integrated circuit का अविष्कार डेक्साम कंपनी ने एक अभियंता जैम किल्वी के किया था।

कॉम्प्यूटर के तृतीय पीढ़ी के लक्षण-

  1. Integrated circuit ka प्रयोग
  2. प्रथम या द्वितीय पीढ़ी की अपेक्षा आकर एवं वजन बहुत कम
  3. अधिक विश्वनिय है।
youtube.Hindigyan
                                Writer🔀⇘pavan gupta

बुधवार, 19 फ़रवरी 2020

कंप्युटर क्या होता है इसकी विशेषताएं, इतिहास, परिभाषा की हिंदी में जानकारीकंप्युटर क्या होता है इसकी विशेषताएं, इतिहास, परिभाषा की हिंदी में जानकारीकंप्युटर क्या होता है इसकी विशेषताएं, इतिहास, परिभाषा की हिंदी में जानकारी

  • कॉम्प्यूटर का परिचय-

(Introduction of computer)
 आज कंप्यूटर का काम अब सिर्फ गणना करने तक ही सीमित नहीं है इसका उपयोग आज हर क्षेत्र में हो रहा है आज हम एक ऐसे युग में रह रहे हैं जहां हर कोई डिजिटल तरीके से काम करना चाहता है चाहे वह पैसे का लेनदेन हो या शिक्षा ग्रहण करना हो या टिकट बुक कराना हो इत्यादि। ईसी डिजिटल युग का जन्मदाता  कंप्यूटर ही है अगर हम आज कंप्यूटर  शिक्षित ना हो तो हम कोई भी काम आसानी से नहीं कर सकते कंप्यूटर आज हर किसी की जरूरत का हिस्सा बन गया है कंप्यूटर का उपयोग करके लोग अपना समय और पैसा दोनों बचा रहे हैं आज आपको स्मार्टफोन टेबलेट का उपयोग करते हैं । हुआ है एक तरफ का मिनी कंप्यूटर है जो आपको सभी से एक एक नेटवर्क से जोड़ें रहता है दुनिया भर की न्यूज़ आज आप एक ही क्लिक में जान सकते हैं यह सब कंप्यूटर के द्वारा ही संभव हो पाया है आज आप संचार के माध्यम से किसी को भी इलेक्ट्रॉनिक मेल चंद सेकेंड में भेज सकते हैं पहले पोस्टर के माध्यम से यह ईमेल भेजने में काफी समय लगता था आजकल ऐसी कोई जगह नहीं है जहां कंप्यूटर का उपयोग ना हो एक उदाहरण से समझते हैं आप एक पिज़्ज़ा खाने जाते हो वहां कस्टमर काउंटर पर एक पिज्जा का आर्डर देता है अगर वहां आपके सर्विस भाई आपका नाम और मोबाइल नंबर पूछता है आप उसे अपना मोबाइल नंबर और पता बताते हैं वह आपका नाम और  नंबर एक कंप्यूटर में फीड करता है और आपको आपके ऑर्डर की रसीद देता है जिसमें आपका ऑर्डर नंबर लिखा होता है आप अपना आर्डर उसी नंबर से लेते हैं कंप्यूटर एक सिस्टमैटिक ऑर्डर देता है और आपका रिकॉर्ड कंप्यूटर में फीड हो जाता है आप अगली बार जब भी पिक्चर लेने जाएंगे बस आपको एक मोबाइल नंबर बताना है आपके सारे डिटेल्स कंप्यूटर सर्विस भाई को दे देगा इस तरह शिक्षा कंपनी ग्राहकों का रिकॉर्ड मेंटेन करती है और अपने ग्राहकों को सुविधा के अनुसार प्रलोभन वाले संदेश उनके रजिस्टर्ड मोबाइल पर भेजती है ।।






  • कंप्यूटर क्या है ? (What is computer ?)


कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक यंत्र है जो सूचनाओं को एकत्र कर उन्हें आवश्यकता पड़ने पर सही ढंग से प्रस्तुत करता है कंप्यूटर जटिल से जटिल घटनाओं को बहुत तेजी से तथा बिना किसी त्रुटि के संपन्न कर देता है कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी भाषा के शब्द कंप्यूट(compute) से हुई है इस शब्द का अर्थ गिनती अथवा गणना करना है।

कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक यंत्र है जिसके माध्यम से रा डाटा को इनपुट करके उसको एक उपयोगी सूचना में परिवर्तित करते हैं जिसका उपयोग किसी निर्णय में लिया जाता है। कंप्यूटर का उपयोग सूचना को संग्रहित करने और जरूरत पड़ने पर ट्रांसफर करने में होता है।

 उदाहरण :  डेक्सटॉप कंप्यूटर, लैपटॉप कंप्यूटर और टेबलेट कंप्यूटर।।

  •  कंप्यूटर की क्षमताएं (Strengths of computer)
 कंप्यूटर का उपयोग व्यापक है यह है आज विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न लोगों की सहायता कर रहा है इनकी क्षमताएं निम्नलिखित है-

गति (speed) -

कंप्यूटर किसी भी कार्य को बहुत तेजी से कर सकता है।
कंप्यूटर कुछ ही क्षण में गुणा भाग जोड़ घटाव की करोड़ों क्रियाएं कर सकता है यदि आपको 440 × 65 थोड़ा करना है तो इनको आपको 1 से 2 मिनट का समय लग सकता है यही कार्य पॉकेट कैलकुलेटर से करें तो 5 सेकंड में किया जा सकता है। लेकिन एक आधुनिक कंप्यूटर में ऐसे 30 लाख ऑपरेशंस एक ही साथ कुछ सेकंड में संपन्न हो सकते है।कॉम्प्यूटर की स्पीड को MHz से मापते हैं।

स्वचालन (Automation) -
 कंप्यूटर   अपना कार्य प्रोग्राम,(निर्देशों के समूह )के एक बार लोड हो जाने पर स्वत: कार्य करता रहता है। उदाहरणार्थ,
किसी डाटा एंट्री प्रोग्राम पर कार्य कर रहे ऑपरेटर को स्वत:
रिपोर्ट तैयार करने की आवश्यकता नहीं,अपितु कंप्यूटर प्रविष्ट डांटा के आधार पर स्वयं ही रिपोर्ट देता है।

 शुद्धता(Accuracy) -
 कंप्यूटर अपना  कार्य बिना किसी गलती के करता है। कंप्यूटर द्वारा गलती किए जाने के कई उदाहरण सामने आते हैं,लेकिन इन सभी गलतियों में या तो गलती कंप्यूटर में डाटा इंटर करते समय की गई होती है या यह कभी प्रोग्राम के डेवलपमेंट के समय की होती है कंप्यूटर स्वयं कभी गलती नहीं करता अर्थात आप कंप्यूटर में जो भी डाटा इंदर करते हैं उसी  के अनुसार आउटपुट मिलता है इस अवधारणा को GIGO भी कहते हैं। GOIG का पूर्ण रूप है - गरवेग इन गरवेग आउट।  कंप्यूटर इसी सिद्धांत पर आधारित है।

 विश्वसनीयता(Reliability) -
जैसा कि पहले उल्लेख किया जा चुका है कि कंप्यूटर में ठीक-ठीक स्टोरेज,स्वचालन,टाटा की यथास्थिति में पुनः प्राप्ति कर्मठता तथा उच्च गति  जैसी क्षमताएं विद्यमान है।यही क्षमताएं कंप्यूटर को आज विश्वसनीय बनाते है।  सभी व्यवसाय  के लोग इन पर पूरी तरह से निर्भर है।



                                                         Writer by pk