शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2020

कॉम्प्यूटर के प्रकार(Types of computer)

  • कॉम्प्यूटर के प्रकर(Types of computer)-
कॉम्प्यूटर विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोग होने वाला यंत्र है इसलिए ऐसी संभावना है कि क्षेत्र विशेष के हिसाब से
इसके कंप्यूटर भी अलग अलग हो कंप्यूटर को अपने व्यक्तिगत कार्यों में प्रयोग करते हैं वैज्ञानिक जिसे चिकित्सकीय जांच में प्रयोग होने वाले कंप्यूटर से अलग होते हैं। कुछ कंप्यूटर सामान्य उद्देश्य होते हैं तो कुछ कंप्यूटर विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए बनाया जाते कंप्यूटर को उनके काम करने के तरीके के आधार पर एनालॉग डिजिटल तथा हाइब्रिड में वर्गीकृत किया जाता है इसी प्रकार कंप्यूटर को उसके आकार के आधार पर माइक्रो वर्क स्टेशन मीनिंग मेन प्रेस तथा सुपर कंप्यूटर में वर्गीकृत किया जाता है।
कंप्यूटर  को तीन भागों में  बांटा गया है :
  • कार्यप्रणाली (Mechanism)
  •  उद्देश्य.      (Purpose)
  •  आकार .    (Size)
कार्यप्रणाली के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार--
कंप्यूटर द्वारा किए जाने वाले कार्यों के आधार पर इन्हें एनालॉग,डिजिटल तथा हाइब्रिड में वर्गीकृत किया गया है।
  1.  एनालॉग कॉम्प्यूटर-
एनालॉग कंप्यूटर वे कंप्यूटर होते हैं जो बहुत ही मात्राओं जैसे दाव तापमान लंबाई आदि को मापकर कर उनके परिमाप अंकों में व्यक्त करते हैं यह कंप्यूटर किसी राशि का परिमाप तुलना के आधार पर करते हैं जैसे कि एक थर्मामीटर कोई गणना नहीं करता अतिथि पारे से संबंधित प्रसार की तुलना करके शरीर के तापमान को मापता है।

2 .डिजिटल कंप्यूटर - 
डिजिटल कंप्यूटर वह कंप्यूटर होता है जो अंकों की गणना करता है।जब अधिकतर लोग कंप्यूटर के बारे में विचार विमर्श करते हैं तो डिजिटल कंप्यूटर ही केंद्र बिंदु होता है डिजिटल कंप्यूटर हुए कंप्यूटर है जो व्यापार को चलाते हैं घर का बजट तैयार करते हैं और अन्य सभी कार्यों को कंप्यूटर पर कर सकता है अतः यह सत्य है कि अधिकतर कंप्यूटर डिजिटल कंप्यूटर की श्रेणी में आते हैं डिजिटल कंप्यूटर डाटा और प्रोग्राम को जीरो तथा एक में परिवर्तित करके उन्हें इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में लेकर समझता है।

 3.हाइब्रिड कंप्यूटर-
हाइब्रिड का अर्थ संकरित अर्थात अनेक गुणधर्म  है वह कंप्यूटर जिनमें एनालॉग कंप्यूटर डिजिटल कंप्यूटर दोनों पूरे होते हैं है प्रीत कंप्यूटर कहलाते हैं जैसे कंप्यूटर की एनालॉग डिवाइस किसी रोगी के लक्षण वारदात तापमान रक्तचाप आदि को मारती है यह परिमाप दाग में डिजिटल पार्ट के द्वारा अंकों में बदल जाते हैं इस प्रकार रोगी के स्वास्थ्य में आए उतार-चढ़ाव का तत्काल परीक्षण किया जाता है ।

उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार--
कंप्यूटर को उनके कार्य करने के उद्देश्य के आधार पर सामान्य उद्देश्य तथा विशेष उद्देश्य में वर्गीकृत किया जाता है।

  1. सामान्य  उद्देश्य कंप्यूटर-

सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर एसे कंप्यूटर हैं जिनमें अनेक प्रकार के कार्य करने की क्षमता होती है लेकिन यह वर्ड प्रोसेसिंग से पत्र व दस्तावेज तैयार करना दस्तावेजों को प्रिंट करना डेटाबेस बनाना आदि जैसी सामान्य कार्यों को ही संपन्न करते हैं सामान्य उद्देश्य कंप्यूटर के Internal Circuit में लगे सीपीयू की कीमत भी कम होती है।

2.विशिष्ट उद्देश्य कंप्यूटर--

विशिष्ट उद्देश्य नीय कंप्यूटर एसे कंप्यूटर है जिन्हें किसी विशेष कार्य के लिए तैयार किया जाता है। इनमें सीपीयू की छमता उस कार्य के अनुरूप होती है जिसके लिए इन्हें तैयार किया गया है इनमें अनेक सीपीयू की आवश्यकता हो तो इनकी स्ट्रक्चर अनेक सीपीयू वाली कर दी जाती है। इस कंप्यूटर के माध्यम से फिल्म में उद्योगों में फिल्में एडिटिंग के लिए विशिष्ट उद्देश्य कंप्यूटरों का उपयोग किया जाता है इनके अलावा विशिष्ट उद्देश्य नियर कंप्यूटर निम्न क्षेत्र में उपयोगी है।
अंतरिक्ष विज्ञान
 मौसम विज्ञान
युद्ध के प्रक्षेपास्त्र ओं का नियंत्रण
 उपग्रह संचालन
 अनुसंधान एवं शोध

आकार के आधार पर कंप्यूटरों के प्रकार--
कंप्यूटरों को उनके आकार के आधार पर माइक्रो,वर्क स्टेशन,मिनी,मेन फेस तथा सुपर में वर्गीकृत किया  गया है कभी-कभी यह वर्गीकरण प्रसांगिक नहीं होता फिर भी यह प्रचलन में है। आकार के आधार पर कंप्यूटर को कई भागों में बांटा गया है।


  1.  माइक्रो कंप्यूटर--

माइक्रो कंप्यूटर का आविष्कार सन 1970 में हुआ यह अविष्कार माइक्रोप्रोसेसर (Microprocessor) का था जिसके उपयोग से सस्ती कंप्यूटर प्रणाली बनाना संभव हुआ यह कंप्यूटर एक टेक्स्ट पर अथवा एक ब्रेक फेल में रखे जा सकते हैं यह छोटे कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर कहलाते हैं माइक्रो कंप्यूटर कीमत में सस्ते और आकार में छोटे होते हैं इसलिए यह व्यक्तिगत उपयोग के लिए बाजार किसी भी कार्य क्षेत्र में लाए जा सकते हैं अतः इन्हें पर्सनल कंप्यूटर या पीसी PC भी कहते हैं।

2. डेक्सटॉप कंप्यूटर--
पर्सनल कंप्यूटर का सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाने वाला प्रकार डेक्सटॉप कंप्यूटर है ट्रैकस्टॉप जैसा नाम से ही पता चलता है कि एक ऐसा कंप्यूटर है जिन्हें डेट पर सेट किया जा सकता है तथा वहीं से कार्य कर सकते हैं इसमें एक सीपीयू मनीता कीबोर्ड तथा माउस होते हैं जिन्हें हम अलग-अलग देख सकते हैं डेक्सटॉप कंप्यूटर की कीमत कम होती है फ्रिज में जगह से दूसरी जगह ले जाना मुश्किल होता है।

3.नोटबुक तथा लैपटॉप--
नोटबुक तथा लैपटॉप पर्यायवाची होते हैं यद्यपि कई कंपनियां लैपटॉप के साथ अन्य फीचर्स को प्रदान करते हैं तथा लैपटॉप को नोटबुक की अपेक्षाकृत थोड़े महंगे दामों में भेजते हैं डेक्सटॉप कंप्यूटर से भिंन नोटबुक तथा लैपटॉप में कुछ भी अलग नहीं होता तथा इनपुट आउटपुट प्रोसेसिंग युक्तियां एक डिब्बे में समावेशित होती हैं जो अपनी यात्रा में प्रयोग किए जाने वाली ब्रीफकेस की भांति प्रतीक होती है नोटबुक तथा लैपटॉप बैट्री पैक होता है जो बिजली जाने के बाद सामान्य 5 से 6 घंटे बैकअप प्रदान करता है।

4.पाम टॉप कंप्यूटर--
पाम टॉप सबसे अधिक पोर्टेबल पर्सनल कंप्यूटर होते हैं तथा अपने हथेली में पकड़े जा सकते हैं इन्हें पार्केट कंप्यूटर भी कहा जाता है यद्यपि यह आधिकारिक रूप से मानना ही है काम टॉप कार्यालय में प्रचलित नहीं है पाम टॉप कंप्यूटर कई स्वरूप में अब उपलब्ध है यह टेबलेट पीसी तथा पीडीए हो सकते हैं।

5.वर्कस्टेशन कंप्यूटर--
वर्क स्टेशन आकार में माइक्रो कंप्यूटर के समान होने के बावजूद अधिक शक्तिशाली होते हैं तथा यह विशेष रूप से जटिल कार्यों के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं इस प्रकार के कंप्यूटर माइक्रो कंप्यूटर के सभी लक्षणों को अपने अंदर रखते हैं तथा माइक्रोकंप्यूटर के समान ही एक समय में ही एक युवक के द्वारा संचालित किए जाते हैं माइक्रो कंप्यूटर में अपार बदलाव तथा इनमें वृहद स्तर पर विकास के बाद अब वर्क स्टेशन का प्रचलन कम हुआ तथा माइक्रो कंप्यूटर के उत्पाद ने इसका स्थान देना प्रारंभ कर दिया है।

6.मिनी कंप्यूटर--
यह कंप्यूटर मध्यम आकार के कंप्यूटर होते हैं यह माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में अधिक कार्य क्षमता वाले होते हैं मिनी कंप्यूटर की कीमत माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होती है और यह व्यक्तिगत स्वरूप से नहीं खरीदे जा सकते इन्हें छोटी या मध्यम स्तर की कंपनियां काम में लेती है इस कंप्यूटर पर एक से अधिक व्यक्ति काम कर सकते हैं मिनी कंप्यूटर में एक से अधिक सीपीयू होते हैं इनकी मेमोरी और गति माइक्रो कंप्यूटर से अधिक और मेनफ्रेम कंप्यूटर से कम होती है यह मेनफ्रेम कंप्यूटर से सस्ते होते हैं।

7.मेनफ्रेम कंप्यूटर--
यह कंप्यूटर आकार में बहुत बड़े होते हैं तथा साथ ही इन की स्टोरेज क्षमता भी अधिक होती है इनमें अधिक मात्रा में टाटा पर तीव्रता से प्रोसेस करने की क्षमता होती है इसलिए इनका उपयोग बड़ी कंपनियां बैंक तथा सरकारी विभाग एक Centralieset computers के रूप में करते हैं यह 24 घंटे कार्य करते हैं और इन पर सैकड़ों उपयोगकर्ता एक साथ काम कर सकते हैं मेनफ्रेम कंप्यूटर को एक नेटवर्क या माइक्रो कंप्यूटर से परस्पर जोड़ा जाता है अधिकतर कंपनियां या संस्थाएं में कंप्यूटर का उपयोग करती है।
उपभोक्ता द्वारा खरीद का ब्यावरा रखना
भुगतान ओं का ब्यावरा रखना
विलो को भेजना नोटिस भेजना।

8. सुपर कंप्यूटर--
सुपर कंप्यूटर कंप्यूटर की सभी श्रेणी से सबसे बड़े सबसे अधिक स्टोरेज क्षमता वाले तथा सबसे अधिक गति वाले होते हैं इनमें अनेक सीपीयू समांतर क्रम में कार्य करते हैं इस क्रिया को समांतर प्रक्रिया कहते हैं एक सीपीयू द्वारा डाटा और प्रोग्राम एक्सट्रीम में एग्जीक्यूट करने की प्रारंभिक विचारधारा नाम निर्माण सिद्धांत कहलाती है लेकिन सुपरकंप्यूटर नॉनवाग निर्माण सिद्धांत के आधार पर तैयार किया जाता है सुपर कंप्यूटर में अनेक ए एल यू सी पी यू के भाग होते हैं एक निश्चित क्रिया के लिए होता है और सभी ए एल यू एक समांतर प्रक्रिया करते हैं सुपर कंप्यूटर का उपयोग निम्न कार्यों में होता है :
बड़ी वैज्ञानिक और शोध प्रयोगशालाओं शोध व खोज करना
अंतरिक्ष यात्रा के लिए अंतरिक्ष यात्राओं को अंतरिक्ष में भेजना
मौसम की भविष्यवाणी करना उच्च गुणवत्ता के एनिमेशन वाले चलचित्र का निर्माण करना।





 सुपर कॉम्प्यूटर

 कंप्यूटर का फुल फॉर्म
C-COLKULATE
O-OPERATE
M-MINIMIZE
P-PROCESSING
U-UPDATE
T-TERMINATE
E-EDIT
R-RESULR



                            Writer by pavan Gupta

1 टिप्पणी:

Thank you